हर किचन में मौजूद होती है यह औषधि,किसी जादू की पुड़िया से कम नहीं,सैकड़ो बीमारियों का है इलाज

May 2, 2024 - 08:48
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हर किचन में मौजूद होती है यह औषधि,किसी जादू की पुड़िया से कम नहीं,सैकड़ो बीमारियों का है इलाज
हर घर में आसानी से मिलने वाला यह मसाला किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं है। इसे हल्दी के नाम से जाना जाता है. इसका प्रयोग कई बीमारियों में कई तरह से किया जाता है। यह बहुत फायदेमंद और असरदार है. इसका उपयोग प्राचीन काल से ही कुछ प्रसिद्ध बीमारियों के लिए औषधि के रूप में किया जाता रहा है। उन्होंने लोकल 18 को बताया कि ये एक खास दवा है. यह सर्दी- खांसी, जुकाम, बुखार, सिर दर्द, आंखों का दर्द, कान का बहना, पायरिया, गले की खराश, पेट दर्द, बवासीर, पीलिया, मधुमेह, स्तन संबंधी रोग, प्रदर, अनेक त्वचा रोग, सूजन, जीर्ण रोग में अत्यंत लाभकारी एवं उपयोगी है।
 कई रोगों में जैसे पुराना दर्द, कमजोरी और अंदरूनी चोट आदि।रोजाना एक से दो ग्राम हल्दी का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद होता है। त्वचा संबंधी रोगों में नीम की पत्तियों का लेप और उसका पाउडर लगाया जाता है। शाम के समय गुनगुने दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर इसका सेवन किया जा सकता है। अंदरूनी चोट लगने पर इसे गर्म करके चार राई के दाने के बराबर चूना मिलाकर लगाने से आराम मिलता है। ऐसे तो प्राचीन काल से ही इसका इस्तेमाल कई तरह से किया जाता रहा है जो काफी फायदेमंद है। हालाँकि, हर दवा के अपने अलग-अलग उपयोग, महत्व और दुष्प्रभाव होते हैं।हल्दी एक बहुत ही गुणकारी औषधि है, लेकिन इसका ज्यादा इस्तेमाल शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है।
 उदाहरण के तौर पर इसके अधिक सेवन से ब्लड शुगर लेवल बहुत कम होना, पेट की समस्याएं, ब्लीडिंग, एसिडिटी, पीलिया और डायरिया जैसी बीमारियां हो सकती हैं। किडनी के मरीजों और पथरी के मरीजों को भी इसके सेवन से बचना चाहिए. आप देख सकते हैं कि ऊपर बताई गई कई बीमारियों में इसके बेहद महत्वपूर्ण फायदे बताए गए हैं, लेकिन सही और बेहतर लाभ पाने के लिए इसका इस्तेमाल किसी आयुर्वेद डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही करें।क्योंकि कुछ परिस्थितियों में इसका सेवन फायदे की जगह नुकसानदायक भी हो सकता है।

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