किसी करिश्मे से कम नहीं है इस पेड़ की छाल,हार्ट अटैक, कैंसर और कोलेस्ट्रॉल-शुगर से करती है बचाव
आजकल आपने देखा होगा कि दिल के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं और दिल का दौरा पड़ने से मरने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। ऐसे में आज हम आपको दिल से जुड़ी बीमारियों के रामबाण इलाज के बारे में बताने जा रहे हैं। अर्जुन के पेड़ की छाल का रस पीने से हृदय संबंधी रोग कम हो जाते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, अर्जुन के पेड़ की छाल का उपयोग हजारों वर्षों से आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता रहा है।अर्जुन वृक्ष को अर्नुनारिष्ट भी कहा जाता है। इसकी छाल का उपयोग स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है।
इस पेड़ की छाल से बनी औषधियां न केवल उच्च रक्तचाप को कम करती हैं बल्कि हृदय रोग के खतरे को भी कम करती हैं। यह एक गुणकारी पेड़ है, जो कैंसर, अस्थमा, यूरिन इन्फेक्शन, खांसी के खतरे को रोकने और वजन कम करने में मदद करता है। हल्द्वानी के वन अनुसंधान केंद्र में अर्जुन के पेड़ लगाए गए हैं.हल्द्वानी के वन अनुसंधान केंद्र में हजारों की संख्या में अर्जुन के पेड़ लगाए गए हैं. यहां दूर-दूर से लोग अर्जुन की छाल लेने आते हैं। वन क्षेत्राधिकारी मदन सिंह बिष्ट ने बताया कि अर्जुन की छाल का काढ़ा पीने से कई लोग ठीक हो गए हैं और उनकी समस्याएं भी दूर हो गई हैं.
यहां हर सप्ताह करीब 20 से 25 लोग अर्जुन की छाल लेने आते हैं।इसकी छाल खाने से दिल की सेहत बेहतर होती है। अगर आप सुबह-सुबह खाली पेट इसका सेवन करते हैं तो यह आपके शरीर में जमा गंदे कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकालने में मदद करेगा। वहीं, इस छाल का काढ़ा बढ़े हुए ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में भी आपकी मदद करेगा।इसके लिए रात को सोने से पहले अर्जुन की छाल को एक गिलास पानी में भिगो दें।
अगले दिन सुबह में अर्जुन की छाल को पानी में डाल कर इसे गर्म कर लें।इसके बाद इसमें तुलसी के पत्ते, अदरक, काली मिर्च और दालचीनी आदि डालकर काढ़ा बना ले फिर गुनगुना इसका सेवन करे
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