सर्वाइकल के दर्द से बचने के लिए करे यह व्यायाम, लाभ जानकर हो जायगे हैरान

May 3, 2024 - 17:18
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सर्वाइकल के दर्द से बचने के लिए करे यह व्यायाम, लाभ जानकर हो जायगे हैरान

सर्वाइकल के लिए कुछ योग आसन और व्यायाम निम्नलिखित हो सकते हैं जो साइनस और कंधे के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं:

गर्दन घुमाव (Neck Rolls): गर्दन को धीरे-धीरे घुमाएं, उपरांत उल्टे दिशा में घुमाएं। इससे गर्दन के मांसपेशियाँ आराम प्राप्त करती हैं और स्थिति में सुधार होता है।
भृकुटी आसन (Bhujangasana): इस आसन में, शरीर को धराने के लिए हाथों का समर्थन लेते हुए पेट के बल लेटें और फिर सीधे होकर आराम से सांस छोड़ें। यह आसन सर्वाइकल के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।
उत्तानासन (Uttanasana): इस आसन में, पैरों को हिलाते हुए धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें और पेट को जमीन पर छूते हुए धीरे-धीरे लाएं। यह आसन कंधे और गर्दन के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।
गर्दन की मसाज (Neck Massage): हल्के गर्दन मालिश के द्वारा सर्वाइकल के दर्द को कम किया जा सकता है। इसके लिए गर्दन की पिछली और आगे की ओर हल्के दबाव के साथ मालिश करें।
शौचालीय आसन (Shoulder Rolls): उपरी अंगूलियों के साथ साथ गर्दन और कंधे को घुमाएं। यह आसन कंधों के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।
इन व्यायामों को नियमित रूप से करने से सर्वाइकल के दर्द में राहत मिल सकती है। लेकिन, यदि किसी गंभीर समस्या का सामना हो रहा हो तो डॉक्टर से परामर्श करना सही होगा।


गर्दन घुमाव (Neck Rolls):

गर्दन घुमाव (Neck Rolls) एक प्राकृतिक व्यायाम है जो गर्दन की संचालनशीलता को बढ़ाने और गर्दन की मांसपेशियों को संबंधित स्थितियों में स्थिर रखने में मदद करता है। इसे करने के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन करें:

एक सामान्य और सुखद आसन में बैठ जाएं। अगर आप चाहें तो आसन पर बैठ कर या एक कुर्सी पर बैठ कर यह आसन कर सकते हैं।
अपनी सीधी पीठ और गर्दन को सामान्य रखें, और अपने हाथों को आपकी उत्तेजितता नहीं होने दें।
आराम से अपनी गर्दन को आगे की ओर झुकाएं, जैसे कि आप अपनी छाती की ओर देख रहे हों।
धीरे से अपनी गर्दन को दाहिनी ओर मोड़ें, ताकि आपकी गर्दन के साथ एक समतल चक्र का निर्माण हो।
गर्दन को पीछे की ओर झुकाएं, और अब बाईं ओर की ओर मोड़ें।
धीरे-धीरे अपनी गर्दन को घूमने के लिए आगे-पीछे करते हुए एक समान और लचीला आंदोलन बनाएं।
आराम से 5-10 घूमाएं करें, फिर वापसी करें और आराम करें।
ध्यान रखें कि आप इस आसन को धीरे-धीरे और सावधानी से करें। अधिक दबाव या अचानक गति से अपनी गर्दन को घुमाने से बढ़ सकती है। यदि आपको किसी तरह की अस्वस्थता या तनाव का अनुभव होता है, तो आसन करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें।


भृकुटी आसन (Bhujangasana):

भृकुटी आसन (Bhujangasana) एक प्रमुख योगासन है जो गर्दन, कंधे, पीठ, और कमर को मजबूत और लचीला बनाता है। यह आसन गर्दन के दर्द और सर्वाइकल संबंधित समस्याओं को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। इसे करने के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन करें:अब, अपने हाथों को अपने कंधों के समीप रखें, और अपने उपरी अंगूलियों को मैदान के समीप रखें।
श्वास को ध्यान में रखते हुए, अपने हाथों का समर्थन लेते हुए धीरे-धीरे ऊपर उठें, अपने सर को आगे की ओर लेकर गर्दन को सीधा बनाएं।
ध्यान दें कि आपकी पीठ सीधी रहे, और आपके कंधे और हाथ समान रूप से बढ़े हों।
स्थिति में ठहरें और 15-30 सेकेंड तक सांस छोड़ें।
धीरे-धीरे आपके पेट को फ्लोर पर लाएं और आसन से उठें।
यह आसन सर्वाइकल के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है, साथ ही कंधों और कमर की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। यदि आपको किसी विशेष स्थिति में कोई समस्या हो, तो आपको इसे करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।


उत्तानासन (Uttanasana):

उत्तानासन (Uttanasana) एक प्रमुख योगासन है जो पूरे शरीर को संचालित करने में मदद करता है और कमर को मजबूत बनाता है। इसे करने के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन करें:अब, अपनी सांस को ध्यान में रखते हुए, धीरे-धीरे ऊपर उठें, अपने हाथों को सीधे रखें और ऊपर की ओर बढ़ें।
अब, धीरे-धीरे अपने शरीर को नीचे की ओर झुकाएं, जैसे कि आप अपने पैरों की ओर झुक रहे हों।
अपने हाथों को झुकाए और फ्लोर की ओर धकेलें, जितना आपको आरामदायक लगे।
स्थिति में ठहरें और 15-30 सेकेंड तक सांस छोड़ें।
धीरे-धीरे उठें, अपने हाथों को धराएं और सीधे खड़े हो जाएं।
उत्तानासन को करने से कमर की मांसपेशियों को मजबूत बनाया जा सकता है, साथ ही पूरे शरीर की लचीलाई और उसकी संचालनशीलता में सुधार हो सकता है। यदि आपको किसी विशेष स्थिति में कोई समस्या हो, तो आपको इसे करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।


गर्दन की मसाज (Neck Massage):

गर्दन की मसाज एक अच्छा तरीका है गर्दन की तनाव को कम करने और गर्दन की मांसपेशियों को राहत देने के लिए। यह आसानी से घर पर किया जा सकता है। निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

एक आरामदायक बैठक लें, या अपने पीठ को समर्थन देने के लिए कुर्सी पर बैठें।
अपने दाएं हाथ की उंगली को अपने बाएं कंधे पर स्थिति दें, और अपने दाहिने हाथ की उंगली को अपने बाएं कंधे पर स्थिति दें।
अपने हाथों को दबाएं और अपनी गर्दन की पीछली ओर से लेकर आगे की ओर हल्के-हल्के दबाव के साथ मालिश करें।
धीरे-धीरे धाराप्रवाह गति के साथ अपनी उंगलियों को गर्दन के चारों ओर ले जाएं, समय-समय पर एक अच्छी मालिश के लिए अपनी उंगलियों की चाल को बदलते रहें।
मालिश करते समय ध्यान दें कि आपका दबाव मध्यम हो, और अपनी सांस को ध्यान में रखें।
इस प्रक्रिया को 5-10 मिनट तक जारी रखें, या जब तक आपको आराम मिले।
गर्दन की मसाज से गर्दन के तनाव को कम किया जा सकता है, साथ ही इससे शरीर की रक्त संचारण बढ़ता है और मांसपेशियों को आराम मिलता है। यह एक सरल तकनीक है जो आप रोजाना कर सकते हैं। अगर आपको गर्दन में किसी तरह की किसी भी समस्या हो, तो आपको पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।

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